Bhakti in Turkey

तुर्की में भक्ति

एक मुस्लिम राष्ट्र, तुर्की, और इस्कॉन के किसी आधिकारिक केंद्र की अनुपस्थिति के बावजूद भी भक्ति योग के जिज्ञासुओं की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है ।
योग की लोकप्रियता बढ़ने के कारण कई जगह योग केंद्र खुल रहे हैं। इन्ही सब के बीच २०१३ में नृसिंह कृष्ण दास एवं उनकी पत्नी कृष्ण-माला दासी ने “गौरांग योग केंद्र” खोला।
यह केंद्र हठ-योग, अष्टांग-योग के अतिरिक्त मुख्यतः भक्ति-योग सिखाता है। हर गुरुवार यहाँ पर “कीर्तन-योग” का आयोजन किया जाया है, जिसमें एक छोटा प्रवचन, और डेढ़ घंटे का कीर्तन होता है । हर रविवार ३०-४० लोग इस भक्ति-भोज में आते हैं और भगवद-गीता पर प्रवचन, कीर्तन और प्रसाद का आनंद लेते हैं।
इसके फलस्वरुप २०१४ में २० भक्तों से आज तुर्की में ३५ कृष्ण भक्त हैं, जिनमे से ६ दीक्षा प्राप्त भक्त हैं। अधिक से अधिक लोग इन कार्यक्रमों से जुड़ रहे हैं और भक्त बन रहे हैं।
नृसिंह कृष्ण कहते हैं कि तुर्की लोग हृदय से हरिनाम-कीर्तन करते हैं एवं उनको भजन भी अच्छे लगते हैं।