अति मनोहर सुदर्शन चक्र की स्थापना

हरे कृष्ण आंदोलन के आधुनिकतम सूत्रधार श्रील भक्तिविनोद ठाकुर ने श्री नित्यानंद प्रभु द्वारा श्रील जीव गोस्वामी को मायापुर धाम के आगामी विकास वर्णन किया है : जब भगवान श्री चैतन्य अप्रकट हो जायेंगे तो उनकी इच्छानुसार गंगा की वृद्धि होगी | गंगा के जल में लगभग सम्पूर्ण मायापुर सौ वर्षों तक समाविष्ट रहेगा और फिर यह जल कम हो जायेगा | कुछ समय के लिए यह स्थान आवास योग्य नहीं रहेगा | फिर कुछ समय के बाद भगवान की इच्छा द्वारा यह स्थान दोबारा प्रकट होगा और भक्तगण भगवान के मंदिरों का निर्माण करेंगे | एक अत्यंत अद्भुत...

Read More