श्री नृसिंह अवतार

भगवान श्री कृष्ण के असंख्य लीला अवतारों में, भक्तवत्सल भगवान् श्री नृसिंह सबसे अधिक विख्यात हैं । श्रीमद भागवतम के सातवें स्कन्ध में इस लीला के विषय में जानकारी मिलती है । नृसिंह अर्थात जो आधे नर और आधे सिंह शरीर में प्रकट हुए हैं । श्री नृसिंहदेव का प्राकट्य अपने अनन्य बाल-भक्त, प्रह्लाद की उनके असुर पिता हिरण्यकशिपु से रक्षा करने के लिए हुआ था । बालक प्रह्लाद के पिता, हिरण्यकशिपु अत्यन्त अहंकारी, त्रिलोक विजयी असुर था जो भगवान् विष्णु से द्वेषभावना रखता था । परन्तु हिरण्यकशिपु का पुत्र प्रह्लाद भगवान् विष्णु का अनन्य भक्त था इसलिए अहंकार एवं द्वेष के कारण हिरण्यकशिपु ने...

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