भगवान कौन हैं ?

हमारे ब्रहमांड में ब्रह्मा जी आदि जीव हैं जो (गर्भोदक्षायी ) विष्णु के नाभि कमल से उत्पन्न हुए | सैंकड़ो दिव्य वर्षों की तपस्या के बाद उनके हृदय में भगवान प्रकट हुए तथा वे शेष नाग की शैय्या पर लेटे हुए भगवान को देख पाये | भगवान ने सर्वप्रथम ब्रह्मा जी को श्रीमदभागवतम का सार ४ श्लोक में (चतु:श्लोकी) प्रदान किया | भगवान कहते है: हे ब्रह्मा, वह मैं ही हूँ जो सृष्टि के पूर्व विद्यमान था, जब मेरे अतिरिक्त कुछ भी नहीं था तब इस सृष्टि की कारण स्वरूपा भौतिक प्रकृति भी नहीं थी जिसे तुम अब देख रहे हो वह भी मैं ही हूँ और प्रलय के बाद भी जो शेष...

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