ऑस्ट्रेलिया गणराज्य के गवर्नर जनरल महामहिम सर पीटर जॉन कॉस्ग्रोव जब दिल्ली के इस्कॉन, श्री श्री राधा पार्थसारथी मंदिर पधारे तो कीर्तन करते हुए भक्तों को देखकर उन्होंने पूछा कि ये नृत्य एवं कीर्तन करते हुए प्रफुल्लित लोग कौन हैं ?
कड़ी सुरक्षा के मध्य आज, १२ मार्च २०१८ को महामहिम सर पीटर कॉस्ग्रोव का स्वागत सैकड़ों पर्यटकों और भक्तों द्वारा किया गया |
(ऑस्ट्रेलिया सैद्धांतिक रूप से एक राजतंत्र है, और ऑस्ट्रेलिया के शासक के पदाधिकारी इसके राष्ट्रप्रमुख होते हैं, हालाँकि शासक की सारी संवैधानिक शक्तियों का अभ्यास, उनके प्रतिनिधि के रूप में, ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर–जनरल करते हैं।)
महामहिम, विश्व भर के ६५० इस्कॉन केंद्रों में से किसी भी केंद्र पर दर्शन करने हेतु जाने वाले पहले ऑस्ट्रेलिया के पहले गवर्नर-जनरल हैं |उनके साथ उनकी पत्नी महामहिम लेडी कॉस्ग्रोव, भारत में ऑस्ट्रेलिया की उच्चायुक्त, माननीय हरिंदर कौर सिद्धू एवं अन्य १५, उच्चायोग तथा सुरक्षा कर्मचारी भी पहुंचे |
इस्कॉन के वरिष्ठ-भक्त – परम पूज्य भक्ति सिद्धांत स्वामी महाराज, श्रीमान वृजेन्द्रनन्दन प्रभु (उपाध्यक्ष इस्कॉन दिल्ली एवं नेशनल कम्युनिकेशन निदेशक-भारत) ने सुन्दर मालाओं से महामहिम और उनकी मंडली का भव्य स्वागत किया | तत्पश्चात मंदिर के अंदर परम पूज्य गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज (इस्कॉन जीबीसी) ने सभी का स्वागत किया तथा मधुर कीर्तन के साथ महामहिम द्वारा श्री श्री राधा-पार्थसारथी जी की विशेष आरती करवाई |
इसके बाद प.पू. भक्ति सिद्धांत स्वामी महाराज, प.पू. गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज एवं इस्कॉन दिल्ली के अध्यक्ष श्रीमान मोहनरूपा प्रभु ने महामहिम से एकांत में भेंट की |
प.पू. गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज ने श्रीमद भगवदगीता यथारूप भेंट करते हुए श्री कॉस्ग्रोव को बताया कि यह एक अमूल्य ज्ञान से भरपूर एक प्राचीन पुस्तक है | गवर्नर जनरल कॉस्ग्रोव ने माना कि अंततः सभी धर्मों का मूल सिद्धांत एक ही है | उन्होंने विश्व में युद्धों के खात्मे तथा शांति को बढ़ावा देने के विषय में भी चर्चा की | अंत में उन्हें सम्पूर्ण इस्कॉन के श्री विग्रहों के चित्रों की पुस्तक “दर्शन” भेंट की गयी |
इसके बदले में महामहिम ने प.पू. गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज को “गवर्नर जनरल पदक” भेंट किया और कहा कि, “यदि आपसे कोई यह पूछे कि आपको यह कहाँ से मिला तो आप कहियेगा कि यह एक सर्व-समाविष्ट एवं सहिष्णु समाज के लोगों के कृतज्ञ प्रतिनिधि द्वारा दिया गया है |
महामहिम ने प.पू. गोपाल कृष्ण गोस्वामी महाराज को ऑस्ट्रेलिया आने का निमंत्रण दिया और अपने इस मुलाकात के प्रति गहरा आभार प्रकट किया | यह सम्पूर्ण प्रकरण लगभग ३५ मिनट तक चला और यह भारत-ऑस्ट्रेलिया के मधुर संबंधों में प्रगाढ़ता का प्रतिक सिद्ध होगा |
इस मंदिर दर्शन एवं भ्रमण को उच्चायोग की श्रीमती जेनी ग्रांट तथा श्रीमान रमनरूप प्रभु और श्रीमान साधुहृदय प्रभु द्वारा समायोजित किया गया था |